1 July 2025

“एंडोमिट्रोयोसिस” के कारण निवारण को जाना और समझा इलाज न होने पर भुगतने ने पढ़ सकते हैं गंभीर परिणाम : डॉ. रुचिरा

जनावेश न्यूज़ सहारनपुर ऑब्सट्रिक गाइनो इकोलॉजिकल सोसाइटी के तत्वावधान में महिलाओं की बीमारी “एंडोमिट्रोयोसिस” पर आयोजित गोष्ठी में महिला रोग विशेषज्ञों ने कारण-निवारण समेत तकनीकी पहलुओं को विस्तार से जाना और समझा।
सहारनपुर के दिल्ली रोड स्थित एक होटल में आयोजित गोष्ठी का शुभारंभ देहरादून जौली ग्रांट से आयी प्रोफेसर डॉक्टर रुचिरा नौटियाल, समिति अध्यक्ष डॉ ननीता चंद्रा, सचिव डॉक्टर छाया कुशवाहा व कोषाध्यक्ष डॉ विनीत मल्होत्रा ने संयुक्त रूप से परंपरागत ढंग से किया। डॉक्टर रुचिरा ने कहां कि 18 से 40 उम्र की महिलाओं में एंडोमिट्रोयोसिस नाम की बीमारी देखने को मिलती जिसमें मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को असहनीय दर्द होता है जिससे महिलाओं में बांंझपन की समस्या आती है और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण एनीमिया का खतरा भी बढ़ जाता है, यदि समय से इसका इलाज न किया जाए इसके गंभीर परिणाम भुगतने ने पड़ सकते हैं।
गोष्टी के दौरान मुख्य रूप से डॉ सीमा अग्रवाल, डॉक्टर पूनम कुमार, डॉक्टर अनीता मलिक, डॉ नीलम गर्ग, डॉक्टर ऋतु जैन, डॉ गीता खन्ना, डॉ रेखा मराठा, डॉक्टर गुनीता मेहता, डॉ चित्रा, डॉक्टर शोभा सैनी, डाक्टर सोनिया बनर्जी, डॉक्टर शानू, डॉ नूतन उपाध्याय, डॉक्टर तूलिका, डॉक्टर दीपा अनेजा,डॉक्टर रेनू सिंघल, डॉक्टर नैना मिगलानी और डॉक्टर आनंद समेत अनेक महिला रोग चिकित्सकों ने बीमारी के तकनीकी पहलुओं को समझा और जाना, सहारनपुर से राकेश ठाकुर की रिपोर्ट

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