*भगवान सुखदेव जन्मोत्सव पर श्रीमद् भागवत कथा का चौथा दिन* *भाव और भक्ति से मिलेंगे भगवान कृष्ण : रसिक दास*
जनावेश न्यूज़*
सहारनपुर। पंडित रास रसिकदास ने कहा कि कलयुग में धर्म के सभी मार्ग दुषित हो गए, ऐसे में मात्र भाव और भक्ति से भगवान को प्राप्त किया जा जा सकता है, क्योंकि भगवान ने प्रेम का मार्ग प्रशस्त किया।
सहारनपुर के पंजाबी बाग स्थित श्री रामेश्वर धाम बड़े शिव मंदिर में 27 अप्रैल भगवान सुखदेव जन्मोत्सव से आरंभ हुई श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन गोपीनाथ गोड़ियामठ वृंदावन के पंडित रास रसिकदास ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनते हुए कहा कि 16 कलाओं से संपन्न भगवान श्रीकृष्ण का अधर्म के नाश व धर्म की स्थापना के लिए अवतार हुआ जिन्होंने धरती से पाप का
अंत कर एक स्वच्छंद राष्ट्र की स्थापना की और प्रेम का मार्ग प्रशस्त किया, कलयुग में भाव भक्ति से ही भगवान को प्राप्त किया जा सकता है।
पंडित रास रसिकदास ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा का ऐसा वर्णन किया की श्रद्धालुगण कृष्ण भक्ति में डूब कर नृत्य करने पर विवश हो गए। इस दौरान मुख्य रूप से पंडित अरविंद शर्मा, पंडित मुकेश शर्मा शास्त्री समेत अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने कथा का रसावादनकर भगवान का आशीष प्राप्त किया, सहारनपुर से राकेश ठाकुर की रिपोर्ट